जैसे राधा ने माला जपी श्याम की मैने ओढ़ी चुनरिया तेरे नाम की तेरे नाम की हो पिया, तेरे ही नाम की राधा ने माला जपी श्याम की..... प्रीत क्या जुड़ी, डोर क्या बंधी बिना जतन बिना यतन हो गई मैं नयी बिना मोल की मैं बिकी, बिना दाम की राधा ने माला जपी श्याम की..... क्या तरंग है, क्या उमंग है मोरे अंग अंग रचा पी का रंग है शर्म आई कैसे कहूँ बात शाम की राधा ने माला जपी श्याम की..... पा लिया तुझे, पाई हर खुशी चाहूँ बार बार चढ़ूँ तेरी पालकी सुबह शाम की ये प्यास बड़े काम की राधा ने माला जपी श्याम की.....#Mumtaz #DevAnand #VijayAnand
Jaise raadha ne maala japi shyaam ki Maine oढ़i chunariya tere naam ki Tere naam ki ho piya, tere hi naam ki Raadha ne maala japi shyaam ki..... Prit kya judi, dor kya bndhi Bina jatan bina yatan ho gi main nayi Bina mol ki main biki, bina daam ki Raadha ne maala japi shyaam ki..... Kya tarng hai, kya umng hai More ang ang racha pi ka rng hai Sharm ai kaise kahun baat shaam ki Raadha ne maala japi shyaam ki..... Pa liya tujhe, paai har khushi Chaahun baar baar chadhun teri paalaki Subah shaam ki ye pyaas bade kaam ki Raadha ne maala japi shyaam ki.....
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