तेरे बिना आग ये चाँदनी, तू आजा, तू आजा तेरे बिना बेसुरी बाँसुरी, ये मेरी ज़िन्दगी, दर्द की रागिनी, तू आजा ये नहीं है ये नहीं है ज़िन्दगी, ज़िन्दगी ये नहीं ज़िन्दगी ज़िन्दगी की ये चिता में ज़िंदा जल रहा हूँ हाय साँस के ये आग के ये तीर चीरते हैं आर-पार, आर-पार मुझको ये नरक ना चाहिए मुझको फूल, मुझको गीत मुझको प्रीत चाहिए मुझको चाहिए बहार मुझको चाहिए बहार#Nargis #RajKapoor
Tere bina ag ye chaandani, tu aja, tu aja Tere bina besuri baansuri, ye meri zindagi, dard ki raagini, tu aja Ye nahin hai ye nahin hai zindagi, zindagi ye nahin zindagi Zindagi ki ye chita men zinda jal raha hun haay Saans ke ye ag ke ye tir chirate hain ar-paar, ar-paar Mujhako ye narak na chaahie Mujhako ful, mujhako git Mujhako prit chaahie Mujhako chaahie bahaar Mujhako chaahie bahaar
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