पंछी बनूँ उड़ती फिरूँ मस्त गगन में आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया के चमन में ओ मेरे जीवन में चमका सवेरा ओ मिटा दिल से वो ग़म का अंधेरा ओ हरे खेतों में गाये कोई लहरा ओ यहाँ दिल पर किसी का न पहरा रंग बहारों ने भरा मेरे जीवन में ओ दिल ये चाहे बहारों से खेलूँ ओ गोरी नदियाँ की धारों से खेलूँ ओ चाँद, सूरज, सितारों से खेलूँ ओ अपनी बाहों में आकाश ले लूँ बढ़ती चलूँ गाती चलूँ अपनी लगन में ओ मैं तो ओढूँगी बादल का आँचल ओ मैं तो पहनूँगी बिजली की पायल ओ छिन लूँगी घटाओं से काजल ओ मेरा जीवन है नदियाँ की हलचल दिल से मेरे लहर उठे ठंडी पवन में#Nargis #RaagBhupali
Pnchhi banun udti firun mast gagan men Aj main ajaad hun duniya ke chaman men O mere jiwan men chamaka sawera O mita dil se wo gm ka andhera O hare kheton men gaaye koi lahara O yahaan dil par kisi ka n pahara Rng bahaaron ne bhara mere jiwan men O dil ye chaahe bahaaron se khelun O gori nadiyaan ki dhaaron se khelun O chaand, suraj, sitaaron se khelun O apani baahon men akaash le lun Badhti chalun gaati chalun apani lagan men O main to odhungi baadal ka anchal O main to pahanungi bijali ki paayal O chhin lungi ghataaon se kaajal O mera jiwan hai nadiyaan ki halachal Dil se mere lahar uthhe thhndi pawan men
geetmanjusha.com © 1999-2020 Manjusha Umesh | Privacy | Community Guidelines