तुम अपना रंज-ओ-ग़म, अपनी परेशानी मुझे दे दो तुम्हे ग़म की कसम इस दिल की वीरानी मुझे दे दो ये माना मैं किसी काबिल नहीं हूँ इन निगाहों में बुरा क्या है अगर ये दुःख ये हैरानी मुझे दे दो मैं देखूँ तो सही दुनिया तुम्हे कैसे सताती है कोई दिन के लिए अपनी निगहबानी मुझे दे दो वो दिल जो मैंने माँगा था मगर गैरों ने पाया था बड़ी शै है अगर उसकी पशेमानी मुझे दे दो#LibiRana #PianoSongs
Tum apana rnj-o-gm, apani pareshaani mujhe de do Tumhe gm ki kasam is dil ki wiraani mujhe de do Ye maana main kisi kaabil nahin hun in nigaahon men Bura kya hai agar ye duhkh ye hairaani mujhe de do Main dekhun to sahi duniya tumhe kaise sataati hai Koi din ke lie apani nigahabaani mujhe de do Wo dil jo mainne maanga tha magar gairon ne paaya tha Badi shai hai agar usaki pashemaani mujhe de do
geetmanjusha.com © 1999-2020 Manjusha Umesh | Privacy | Community Guidelines