अबके ना सावन बरसे अबके बरस तो बरसेगी अँखियाँ जाने कैसे अब के ये मौसम बीते बीतेगी जो तेरे बिन वो कम बीते तेरे बिना सावन सुने तेरे बिना अब तो ये मन तरसे जाने कब आए दिन, दिन ढल जाए तेरे बिन अँखियों से रात ना जाए तेरे बिना रात ना जाए तेरे बिना अब तो ये दिन तरसे#Hemamailni #Gulzar #Sadsong
Abake na saawan barase Abake baras to barasegi ankhiyaan Jaane kaise ab ke ye mausam bite Bitegi jo tere bin wo kam bite Tere bina saawan sune Tere bina ab to ye man tarase Jaane kab ae din, din dhal jaae Tere bin ankhiyon se raat na jaae Tere bina raat na jaae Tere bina ab to ye din tarase
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