क़िस्मत से तुम हमको मिले हो कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे फिर से बनती तक़दीरों को अरमानों की ज़ंजीरों को जानम अब ना तोड़ेंगे क्या कहूँ कैसे लगते हैं दिल पे ज़ुल्फ़ों के साए कोई भूला राही जैसे मंज़िल पा जाए या कोई दिल तूफ़ान का मारा दर्द की लहरों में आवारा कोई प्यारा प्यार का साहिल पा जाए क़िस्मत से तुम हमको मिले हो कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे टुकड़े दिल के हम तुम मिलके फिर से जोड़ेंगे ये शीशा फिर से जोड़ेंगे फिर से बनती तक़दीरों को अरमानों की ज़ंजीरों को जानम अब ना तोड़ेंगे यूँ शरमाती यूँ घबराती ऐसे सिमटी सिमटाई ओ मेरे बालम यूँ ही नहीं मैं जाते जाते लौट आयी प्रीत मेरी पहचानी तूने मेरी कदर तो जानी तूने अब दिल जागा होश में चाहत अब आई क़िस्मत से तुम हमको मिले हो कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे टुकड़े दिल के हम तुम मिलके फिर से जोड़ेंगे ये शीशा फिर से जोड़ेंगे फिर से बनती तक़दीरों को अरमानों की ज़ंजीरों को जानम अब ना तोड़ेंगे#AnilKapoor #MadhuriDixit #RajkumarSantoshi #RaagBhimpalasi
Qismat se tum hamako mile ho kaise chhodenge Ye haath ham na chhodenge Fir se banati taqadiron ko Aramaanon ki znjiron ko Jaanam ab na todenge Kya kahun kaise lagate hain dil pe zulfon ke saae Koi bhula raahi jaise mnzil pa jaae Ya koi dil tufaan ka maara dard ki laharon men awaara Koi pyaara pyaar ka saahil pa jaae Qismat se tum hamako mile ho kaise chhodenge Ye haath ham na chhodenge Tukade dil ke ham tum milake fir se jodenge Ye shisha fir se jodenge Fir se banati taqadiron ko Aramaanon ki znjiron ko Jaanam ab na todenge Yun sharamaati yun ghabaraati aise simati simataai O mere baalam yun hi nahin main jaate jaate laut ayi Prit meri pahachaani tune Meri kadar to jaani tune Ab dil jaaga hosh men chaahat ab ai Qismat se tum hamako mile ho kaise chhodenge Ye haath ham na chhodenge Tukade dil ke ham tum milake fir se jodenge Ye shisha fir se jodenge Fir se banati taqadiron ko Aramaanon ki znjiron ko Jaanam ab na todenge
geetmanjusha.com © 1999-2020 Manjusha Umesh | Privacy | Community Guidelines