साँझ ढली दिल की लगी थक चली पुकार के आजा, आजा, आ भी जा क्या दूँ तुझे पहले से मैं बैठी हूँ दिल हार के जा जा जा जा, जा तू जा ज़िद पे आ गया है दिल के आज यूँ ना लौटना मेरी सुनो लौट जाओ, छोड़ दो ये बचपना चार दिन की ज़िन्दगी में दिन है दो बहार के आजा, आजा.. .. कैसे कहूँ, कैसी उलझनों में मेरी जान है हाँ को ना समझ गये ये प्यार की ज़ुबांन है काटने हैं हमको दिन किसी के इंतजार के जा जा जा जा, जा तू जा सुन तो ले के मेरे दिल का तुझसे क्या सवाल है कुछ ना कर सकूँगी मैं किसी का तो मलाल है दिल ना तोड़, चाहे बोल दो ही बोल प्यार के आजा, आजा.. ..#WaheedaRehman #DevAnand
Saanjh dhali dil ki lagi thak chali pukaar ke Aja, aja, a bhi ja Kya dun tujhe pahale se main baithhi hun dil haar ke Ja ja ja ja, ja tu ja Jid pe a gaya hai dil ke aj yun na lautana Meri suno laut jaao, chhod do ye bachapana Chaar din ki zindagi men din hai do bahaar ke Aja, aja.. .. Kaise kahun, kaisi ulajhanon men meri jaan hai Haan ko na samajh gaye ye pyaar ki jubaann hai Kaatane hain hamako din kisi ke intajaar ke Ja ja ja ja, ja tu ja Sun to le ke mere dil ka tujhase kya sawaal hai Kuchh na kar sakungi main kisi ka to malaal hai Dil na tod, chaahe bol do hi bol pyaar ke Aja, aja.. ..
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