ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं, हम क्या करें तसव्वुर में कोई बसता नहीं, हम क्या करें तुम ही कह दो अब ऐ जान-ए-वफ़ा हम क्या करें लूटे दिल में दिया जलता नहीं, हम क्या करें तुम ही कह दो अब ऐ जान-ए-अदा हम क्या करें किसी के दिल में बस के दिल को तड़पाना नहीं अच्छा निगाहों को झलक दे दे के छुप जाना नहीं अच्छा उम्मीदों के खिले गुलशन को झुलसाना नहीं अच्छा हमें तुम बिन कोई जँचता नहीं, हम क्या करें मोहब्बत कर तो लेकिन मोहब्बत रास आए भी दिलों को बोझ लगते हैं कभी ज़ुल्फों के साये भी हज़ारो ग़म हैं इस दुनिया में अपने भी पराए भी मोहब्बत ही का ग़म तनहा नहीं, हम क्या करें बुझा दो आग दिल की या इसे खुलकर हवा दे दो जो इस का मोल दे पाए, उसे अपनी वफ़ा दे दो तुम्हारे दिल में क्या है बस हमें इतना पता दे दो के अब तनहा सफ़र कटता नहीं, हम क्या करें#Dharmendra #Tanuja
Ye dil tum bin kahin lagata nahin, ham kya karen Tasawwur men koi basata nahin, ham kya karen Tum hi kah do ab ai jaan-e-wafa ham kya karen Lute dil men diya jalata nahin, ham kya karen Tum hi kah do ab ai jaan-e-ada ham kya karen Kisi ke dil men bas ke dil ko tadpaana nahin achchha Nigaahon ko jhalak de de ke chhup jaana nahin achchha Ummidon ke khile gulashan ko jhulasaana nahin achchha Hamen tum bin koi jnchata nahin, ham kya karen Mohabbat kar to lekin mohabbat raas ae bhi Dilon ko bojh lagate hain kabhi zulfon ke saaye bhi Hajaaro gam hain is duniya men apane bhi paraae bhi Mohabbat hi ka gam tanaha nahin, ham kya karen Bujha do ag dil ki ya ise khulakar hawa de do Jo is ka mol de paae, use apani wafa de do Tumhaare dil men kya hai bas hamen itana pata de do Ke ab tanaha safr katata nahin, ham kya karen
geetmanjusha.com © 1999-2020 Manjusha Umesh | Privacy | Community Guidelines