जो हम ने दास्ताँ अपनी सुनायी, आप क्यों रोये ? तबाही तो हमारे दिल पे आयी, आप क्यों रोये ? हमारा दर्द-ओ-गम हैं ये, इसे क्यों आप सहते हैं ? ये क्यों आँसू हमारे, आप की आँखों से बहते हैं ? ग़मों की आग हम ने खुद लगाई, आप क्यों रोये ? बहोत रोये मगर अब आप की खातिर ना रोयेंगे ना अपना चैन खोकर, आप का हम चैन खोएंगे क़यामत आप के अश्कोने ढाई, आप क्यों रोये ? न ये आँसू रुके तो, देखिये फिर हम भी रो देंगे हम अपने आँसुओं में चाँद तारो को डुबो देंगे फना हो जायेगी सारी खुदाई, आप क्यों रोये?#Sadhana #ManojKumar #RajKhosla
Jo ham ne daastaan apani sunaayi, ap kyon roye ? Tabaahi to hamaare dil pe ayi, ap kyon roye ? Hamaara dard-o-gam hain ye, ise kyon ap sahate hain ? Ye kyon ansu hamaare, ap ki ankhon se bahate hain ? Gmon ki ag ham ne khud lagaai, ap kyon roye ? Bahot roye magar ab ap ki khaatir na royenge Na apana chain khokar, ap ka ham chain khoenge Kyaamat ap ke ashkone dhaai, ap kyon roye ? N ye ansu ruke to, dekhiye fir ham bhi ro denge Ham apane ansuon men chaand taaro ko dubo denge Fana ho jaayegi saari khudaai, ap kyon roye?
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