ये मेरे दिल में कैसा जुनून मन को क्यूँ ना मिले अब सुकून दिल्लगी का जुनून ज़िन्दगी का जुनून जुनून... जुनून... जुनून... जुनून.... चढ़ रहा है.... खोया सब कुछ तो क्या हुआ पाने का अब मुझे है जुनून आंसू अगर भी मिले हँसने का है जुनून जुनून... जुनून... जुनून... जुनून.... चढ़ रहा है..... है आँखों में जुनून है ख्वाबों में जुनून सपनो को फिर सजाये ...उमीदों को जगाये... ये जुनून.. है बातों में जुनून हर वादों में जुनून अरमानों के दिये में जैसे ..लौ फिर जलाये ये जुनून... हाँ ये जुनून... हाँ ये जुनून ज़िन्दगी इन्तेहा है तो क्या... मंजिलों का मुझे है जुनून... सुनी राहों में भी.. हम सफ़र का जुनून.. जुनून... जुनून... जुनून... जुनून.... चढ़ रहा है.....
Ye mere dil men kaisa junun Man ko kyun na mile ab sukun Dillagi ka junun Zindagi ka junun Junun... junun... junun... junun.... Chaढ़ raha hai.... Khoya sab kuchh to kya hua Paane ka ab mujhe hai junun Ansu agar bhi mile Hnsane ka hai junun Junun... junun... junun... junun.... Chaढ़ raha hai..... Hai ankhon men junun Hai khwaabon men junun Sapano ko fir sajaaye ...umidon ko jagaaye... Ye junun.. Hai baaton men junun Har waadon men junun Aramaanon ke diye men jaise ..lau fir jalaaye ye junun... Haan ye junun... haan ye junun Zindagi inteha hai to kya... Mnjilon ka mujhe hai junun... Suni raahon men bhi.. Ham safar ka junun.. Junun... junun... junun... junun.... Chaढ़ raha hai.....
geetmanjusha.com © 1999-2020 Manjusha Umesh | Privacy | Community Guidelines