ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा ये वो बंधन है जो कभी टूट नही सकता मिट्टी की है जो खुशबू तू कैसे भूलाएगा तू चाहे कही जाए, तू लौट के आएगा नई नई राहोंमें, दबी दबी आहोंमें खोए खोए दिल से तेरे, कोई ये कहेगा ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा,तुझे है पुकारा तुझ से ज़िन्दगी है ये कह रही सब तो पा लिया अब है क्या कमीं यूँ तो सारे सुख हैं बरसे, पर दूर तू है अपने घर से आ लौट चल तू अब दीवाने जहा कोई तो तुझे अपना माने आवाज दे तुझे बुलाने वो ही देस ये पल हैं वो ही जिस में है छूपी, पूरी एक सदी, सारी ज़िन्दगी तू ना पूछ रास्तें में, काहे आए हैं इस तरह दोराहे तू ही तो है राह जो सुझाए तू ही तो है अब जो ये बताए जाए तो किस दिशा में जाए वो ही देस#ShahrukhKhan #AshutoshGowarikar #PatrioticSong
Ye jo des hai tera, swades hai tera, tujhe hai pukaara Ye wo bndhan hai jo kabhi tut nahi sakata Mitti ki hai jo khushabu tu kaise bhulaaega Tu chaahe kahi jaae, tu laut ke aega Ni ni raahonmen, dabi dabi ahonmen Khoe khoe dil se tere, koi ye kahega Ye jo des hai tera, swades hai tera,tujhe hai pukaara Tujh se zindagi hai ye kah rahi Sab to pa liya ab hai kya kamin Yun to saare sukh hain barase, par dur tu hai apane ghar se A laut chal tu ab diwaane Jaha koi to tujhe apana maane Awaaj de tujhe bulaane wo hi des Ye pal hain wo hi jis men hai chhupi, puri ek sadi, saari zindagi Tu na puchh raasten men, kaahe ae hain is tarah doraahe Tu hi to hai raah jo sujhaae Tu hi to hai ab jo ye bataae Jaae to kis disha men jaae wo hi des
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