मैं तो हर मोड़ पर तुझको दूँगा सदा मेरी आवाज़ को, दर्द के साज़ को, तू सुने ना सुने मेरी ज़िन्दगी में वो ही ग़म रहा तेरा साथ भी तो बहोत कम रहा दिल ने, साथी मेरे, तेरी चाहत में थे, ख्वाब क्या क्या बुने तेरे गेसूओं का वो साया कहाँ वो बाहों का तेरी सहारा कहाँ अब वो आँचल कहाँ, मेरी पलकों से जो भीगे मोती चुने#AnilDhawan #RehanaSultan
Main to har mod par tujhako dunga sada Meri awaaj ko, dard ke saaj ko, tu sune na sune Meri zindagi men wo hi gam raha Tera saath bhi to bahot kam raha Dil ne, saathi mere, teri chaahat men the, khwaab kya kya bune Tere gesuon ka wo saaya kahaan Wo baahon ka teri sahaara kahaan Ab wo anchal kahaan, meri palakon se jo bhige moti chune
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