मैं प्यासी तुम सावन, मैं दिल तुम मेरी धड़कन हो ना, हूँ तो, हो हो ना, हूँ तो आँखों को जब बंद करूँ मैं, सपनें तुम्हारे आये प्यार बिना ये जीवन फ़ीका, सपनें ये समझाये मन से मन की डोरी का, तुम ही तो हो बंधन हो ना, हूँ तो, हो हो ना, हूँ तो मैंने जब जब अनजाने से देखी हाथ की रेखा मैं बतलादूँ उस रेखा में, तुमने मुझे ही देखा मैं तो एक परछाई हूँ, तुम ही हो मेरे दर्पण हो ना, हूँ तो, हो हो ना, हूँ तो#AmitabhBachchan #SharmilaTagore
Main pyaasi tum saawan, main dil tum meri dhadkan Ho na, hun to, ho ho na, hun to Ankhon ko jab bnd karun main, sapanen tumhaare aye Pyaar bina ye jiwan fika, sapanen ye samajhaaye Man se man ki dori ka, tum hi to ho bndhan Ho na, hun to, ho ho na, hun to Mainne jab jab anajaane se dekhi haath ki rekha Main batalaadun us rekha men, tumane mujhe hi dekha Main to ek parachhaai hun, tum hi ho mere darpan Ho na, hun to, ho ho na, hun to
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