दोस्त दोस्त ना रहा, प्यार प्यार ना रहा ज़िन्दगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा अमानते मैं प्यार की, गया था जिसको सौंपकर वो मेरे दोस्त तुम ही थे, तुम ही तो थे जो ज़िन्दगी की राह में, बने थे मेरे हमसफ़र वो मेरे दोस्त तुम ही थे, तुम ही तो थे सारे भेद खुल गये, राज़दार ना रहा गले लगी सहम सहम भरे गले से बोलती वो तुम ना थी तो कौन था, तुम ही तो थी सफ़र के वक्त में पलक पे मोतियों को तोलती वो तुम ना थी तो कौन था, तुम ही तो थी नशे की रात ढल गयी, अब खुमार ना रहा वफ़ा लेके नाम जो, धड़क रहे थे हरघड़ी वो मेरे नेक नेक दिल तुम ही तो हो जो मुस्कुराते रह गये, जहर की जब सुई गड़ी वो मेरे नेक नेक दिल तुम ही तो हो अब किसी का मेरे दिल इंतजार ना रहा#RajKapoor #Vaijayantimala #RajendraKumar
Dost dost na raha, pyaar pyaar na raha Zindagi hamen tera aitabaar na raha Amaanate main pyaar ki, gaya tha jisako saunpakar Wo mere dost tum hi the, tum hi to the Jo zindagi ki raah men, bane the mere hamasafr Wo mere dost tum hi the, tum hi to the Saare bhed khul gaye, raajdaar na raha Gale lagi saham saham bhare gale se bolati Wo tum na thi to kaun tha, tum hi to thi Safr ke wakt men palak pe motiyon ko tolati Wo tum na thi to kaun tha, tum hi to thi Nashe ki raat dhal gayi, ab khumaar na raha Wafa leke naam jo, dhadk rahe the haraghadi Wo mere nek nek dil tum hi to ho Jo muskuraate rah gaye, jahar ki jab sui gadi Wo mere nek nek dil tum hi to ho Ab kisi ka mere dil intajaar na raha
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