आगे भी जाने न तू,पीछे भी जाने न तू जो भी है, बस यही एक पल है सपनों की चाहत में, इंसां अकेला है माया तरंगों ने, उसको यूँ घेरा है दीखता हो सीधा ये, जालों का डेरा है इससे उभर जा तू, आगे सवेरा है जीनेवाले, रोक ले, यही वक़्त है, अपनी चाहतें जुनूं || रौशन ये दुनिया है, फिर भी तन्हाई है लोगों ने घर में ही, महफ़िल सजाई है फूलों की बगिया में, सतरंगी छाई है खुशबु ये पाने को, खुद से लड़ाई है जीनेवाले, देख ले, यही वक़्त है, कर ले प्यार तू शुरू || दहशत के साये में, सबका ठिकाना है फिर भी सितारों को, धरती पर लाना है खुशियों के मेले में, तूने ये ठाना है इस पल को गा ले तू, जीवन फ़साना है जीनेवाले, सोच ले, यही वक़्त है, कर ले पूरी जुस्तजू ||
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