ये रात खुशनसिब है, जो अपने चांद को
लता मंगेशकर, समीर, दिलीप सेन - समीर सेन, आईना (1993)
ये तारा वो तारा हर तारा, देखो जिसे भी लगे प्यारा
उदित नारायण, ए. आर. रहमान, स्वदेस (2004)
यूँ हसरतों के दाग मोहब्बत में धो लिए
लता मंगेशकर, राजेन्द्र कृष्ण, मदन मोहन, अदालत (1958)
यूँ ही चला चल राही, यूँ ही चला चल राही, कितनी हसीन हैं ये दुनियाँ
ए. आर. रहमान, स्वदेस (2004)
यूँ ही तुम मुझसे बात करती हो
लता - रफी, इंदिवर, कल्याणजी आनंदजी, सच्चा झूठा (1970)
यूँ तो हम ने लाख हसीं देखे हैं
मोहम्मद रफी, साहिर लुधियानवी, ओ. पी. नय्यर, तुमसा नही देखा (1957)
यूँ तो मिलने को हम मिले हैं बहोत
आशा भोसले, शहरयार, शिव हरी, फासले (1985)