तू ही तू, तू ही तू सतरंगी रे
कविता कृष्णमुर्ती - सोनू निगम, गुलजार, ए. आर. रहमान, दिल से (1998)
तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल हैं
मनहर उधास, उषा खन्ना, आप तो ऐसे ना थे (1980)
तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल हैं
मोहम्मद रफी, उषा खन्ना, आप तो ऐसे ना थे (1980)
तू जहा जहा चलेगा, मेरा साया साथ होगा
लता मंगेशकर, राजा मेहंदी अली खान, मदन मोहन, मेरा साया (1966)
तू जहा मै वहा, संग संग यूँ चलू तेरे, जैसे तेरा आसमां
विशाल-शंकर, सलाम नमस्ते (2005)
तू जो मेरे सूर में, सूर मिला ले, संग गा ले
हेमलता - येशुदास, रविन्द्र जैन, रविन्द्र जैन, चितचोर (1976)
तू कहा ये बता, इस नशिली तार में
मोहम्मद रफी, हसरत जयपुरी, सचिनदेव बर्मन, तेरे घर के सामने (1963)
तू कहे अगर जीवनभर मैं गीत सुनाता जाऊँ
मुकेश, मजरुह सुलतानपुरी, नौशाद, अंदाज (1949)
तू मेरे सामने हैं, तेरी जुल्फें हैं खुली
मोहम्मद रफी, हसरत जयपुरी, मदन मोहन, सुहागन
तू मिले, दिल खिले, और जीने को क्या चाहीए
अलका याज्ञिक - कुमार सानू, इंदिवर, एम. एम. क्रीम, क्रिमिनल (1995)
तू नहीं तो जिंदगी में और क्या रह जाएगा
चित्रा सिंग, इफ्तिखार इमाम सिद्दीकी, जगजीत सिंग, अर्थ (1983)
तू प्यार हैं किसी और का तुझे चाहता कोई और हैं
नदीम - श्रावण, दिल है के मानता नही (1991)
तू प्यार का सागर है, तेरी एक बूंद के प्यासे हम
मन्ना डे, शैलेन्द्र, शंकर जयकिशन, सीमा (1955)
तू, तू हैं वो ही, दिल ने जिसे अपना कहा
आशा - किशोर, गुलशन बावरा, राहुलदेव बर्मन, ये वादा रहा (1982)
तुम्हें याद होगा, कभी हम मिले थे
लता - हेमंत कुमार, गुलशन बावरा, कल्याणजी आनंदजी, सट्टा बाजार (1959)
तुझे जीवन की डोर से बांध लिया हैं
लता - रफी, हसरत जयपुरी, शंकर जयकिशन, असली नकली (1962)