जनम जनम का साथ हैं तुम्हारा हमारा अगर ना मिलते इस जीवन में, लेते जनम दुबारा जब से घूमे धरती, सूरज चाँद, सितारे तब से मेरी निगाहें, समझे तेरे इशारे रूप बदल कर साजन मैंने, फिर से तुम्हें पुकारा प्यार के पंख लगा के, दूर कही उड़ जाए जहाँ हवाएं गम की, हम तक पहुच ना पाए खुशियों की खुशबू से, महके घर संसार हमारा